क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ ₹49 लगाकर कोई लाखों रुपए और सोना जीत सकता है? ड्रीम11 पर यह सपना हकीकत बन चुका है मेवात के इमरान के लिए, जिन्होंने पहली रैंक हासिल करके न सिर्फ लाखों रुपए जीते, बल्कि एक मिसाल भी कायम की। आज हम आपको बताएंगे इस शानदार सफलता की पूरी कहानी—कैसे बनाई इमरान ने अपनी विजेता टीम, क्या रणनीति थी, कितना ईनाम मिला और कैसे बदली उनके जीवन की दिशा।
इमरान की जीत की कहानी – मेहनत, धैर्य और किस्मत का मेल
ड्रीम11 पर पहली रैंक लाना कोई आसान काम नहीं होता। लाखों यूज़र्स में इमरान ने अपनी टीम बनाकर यह मुकाम पाया। मेवात के गदड़वास गांव के रहने वाले इमरान ने कुल 11 टीमें लगाई थीं, जिनमें से 4 टीमें लगातार टॉप रैंक पर बनी रहीं।
टीम बनाने की रणनीति – रिस्क के साथ समझदारी
इमरान की जीत के पीछे कुछ खास रणनीतियां थीं:
- 11 टीमों की एंट्री – एक नहीं, इमरान ने 11 अलग-अलग टीमों से मुकाबले में हिस्सा लिया।
- कप्तान और उपकप्तान की प्लानिंग – चार टीमों में कप्तान-वाइस कप्तान सेम रखे गए, जिससे कॉम्बिनेशन मजबूत बना।
- रघुवंशी पर दांव – इमरान ने एक इंपैक्ट प्लेयर रघुवंशी को चुना जो सब्सीट्यूट था, लेकिन उनकी नजर में एक संभावित मैच विनर।
- गुजरात टीम के बॉलर चुने – उन्हें लगा कि विरोधी टीम ज्यादा रन बनाएगी, जिससे गुजरात के बॉलर्स को ज्यादा विकेट मिलेंगे और पॉइंट्स मिलेंगे।
कितना इनाम मिला इमरान को?
ड्रीम11 ने उस दिन ₹4 करोड़ और 50 तोला सोने का इनाम रखा था। लेकिन चूंकि पहली रैंक 37 लोगों में बंटी, इसलिए ईनाम भी शेयर हुआ।
इनाम का विवरण | राशि/प्राप्त वस्तु |
---|---|
कुल नकद राशि (बैंक में पहुँची) | ₹805,000 (टैक्स कटने के बाद) |
गोल्ड | 10 तोला (प्रक्रिया में है) |
अनुमानित कुल कमाई | ₹11 लाख+ |
इमरान के अनुसार, ड्रीम11 ने बिना किसी परेशानी के उनके अकाउंट में पैसा भेज दिया। गोल्ड भी कुछ दिनों में मिल जाएगा।
परिवार और गांव की प्रतिक्रिया – जलन नहीं, सिर्फ खुशी
गांव वालों और दोस्तों का कहना है कि इमरान की जीत से उन्हें जलन नहीं, बल्कि बेहद खुशी हुई क्योंकि वो आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और अब उन्होंने पुराने कर्ज भी चुका दिए हैं।
मजेदार बातें जो इंटरव्यू में सामने आईं:
- इमरान ने बीवी के नाम से टीम बनाई थी।
- मैच के दौरान 40 ओवर तक बिना पलक झपकाए मोबाइल की स्क्रीन पर नजरें टिकाए रखीं।
- 19वें ओवर में उनकी टीम पहले स्थान पर पहुंच गई थी।
- जीत के बाद गांव में खुशियों का माहौल था, खासकर उनके दोस्तों में।
क्या कहते हैं इमरान – अनुभव और भविष्य की योजना
इमरान बोले:
“मैं पिछले 5-7 सालों से टीम बना रहा हूं। पहले कुछ नहीं मिला, लेकिन इस बार सपना साकार हो गया। ₹11 लाख तो कम नहीं हैं। कुछ कर्ज चुकाऊंगा और बाकी पैसे से घर के जरूरी काम करूंगा।”
ड्रीम11: जोखिम और उम्मीद दोनों
इमरान खुद मानते हैं कि ड्रीम11 में रिस्क है, लेकिन साथ ही यह भी कहते हैं कि यदि सही रणनीति अपनाई जाए, तो जीत मुमकिन है। हालांकि वे सलाह देते हैं कि लोग सोच-समझकर ही टीम बनाएं क्योंकि यह एक प्रकार का गेम ऑफ स्किल है, लेकिन इसमें भाग्य की भूमिका भी होती है।
निष्कर्ष
इमरान की यह कहानी सिर्फ जीत की नहीं, बल्कि विश्वास, धैर्य और सटीक रणनीति की भी कहानी है। अगर आप भी ड्रीम11 खेलते हैं या खेलने का सोच रहे हैं, तो इमरान की कहानी से बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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