Dream11 Chalu Hoga Ya Nahin? क्या आप भी ड्रीम11, My11Circle या MPL जैसे फैंटसी स्पोर्ट्स ऐप्स पर मनी कॉन्टेस्ट खेलने के शौकीन हैं? पिछले तीन हफ्तों से ये ऐप्स परेशान कर रहे हैं, क्योंकि ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद सभी पेड कॉन्टेस्ट बंद हो गए। लेकिन अच्छी खबर! सुप्रीम कोर्ट में 11 सितंबर को इस मामले पर पहली सुनवाई होनी है। क्या मनी कॉन्टेस्ट दोबारा शुरू होंगे? क्या नए नियमों से आपकी फैंटेसी टीम बनाना आसान होगा? इस पोस्ट में हम ड्रीम11 मनी कॉन्टेस्ट की लेटेस्ट अपडेट्स, कोर्ट के फैसले और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
फैंटसी स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पर क्या बवाल मचा है?
पिछले कुछ दिनों में ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में भूचाल आ गया है। 21 अगस्त 2025 को संसद ने प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट, 2025 पास किया, जिसके बाद ड्रीम11 जैसी कंपनियों ने सभी मनी कॉन्टेस्ट बंद कर दिए। ये बिल रियल मनी गेमिंग (RMG) को पूरी तरह बैन कर देता है, चाहे वो फैंटसी स्पोर्ट्स हो या रमी-पोकर।
- क्यों बंद हुए मनी कॉन्टेस्ट? बिल के मुताबिक, कोई भी गेम जहां यूजर पैसे जमा करके जीतने की उम्मीद करता है, वो अवैध है। ड्रीम11 ने 22 अगस्त से पेड कॉन्टेस्ट रोक दिए, क्योंकि ये उनकी 95% रेवेन्यू का सोर्स था।
- प्रभाव: लाखों यूजर्स परेशान हैं। इंडस्ट्री में 2 लाख से ज्यादा जॉब्स खतरे में हैं, और $3.8 बिलियन का मार्केट शिफ्ट हो रहा है फ्री-टू-प्ले मॉडल पर।
- कंपनियों का रिएक्शन: ड्रीम11 के को-फाउंडर हर्ष जैन ने कहा कि वो सरकार के फैसले का सम्मान करेंगे और फ्री गेम्स पर फोकस करेंगे। लेकिन कई कंपनियां कोर्ट जा रही हैं।
ये बदलाव अचानक आया, जिससे फैंटसी क्रिकेट फैंस को झटका लगा। लेकिन उम्मीद की किरण सुप्रीम कोर्ट से आ रही है।
कोर्ट की जंग: हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर
फैंटसी स्पोर्ट्स को हमेशा से “गेम ऑफ स्किल” माना गया है, न कि जुआ। कई हाईकोर्ट्स ने इसे वैध ठहराया है। लेकिन नया बिल आने के बाद कंपनियां कोर्ट पहुंचीं।
हाईकोर्ट्स में क्या हुआ?
- पिछले फैसले: पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (2017), बॉम्बे हाईकोर्ट (2019) और राजस्थान हाईकोर्ट (2020) ने ड्रीम11 को गेम ऑफ स्किल घोषित किया। सुप्रीम कोर्ट ने इन फैसलों को अपहोल्ड किया, कहते हुए कि फैंटसी गेम्स में स्किल, जजमेंट और नॉलेज की जरूरत होती है।
- नया ट्विस्ट: कर्नाटक, दिल्ली और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में याचिकाएं दाखिल हुईं। लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि सभी केस एक जगह हों, ताकि कन्फ्लिक्ट न हो।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या किया?
8 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट की बेंच (जस्टिस जेबी पारदीवाला और केवी विश्वनाथन) ने सभी हाईकोर्ट केस ट्रांसफर कर लिए। अब 11 सितंबर को पहली सुनवाई होगी।
- क्यों महत्वपूर्ण है 11 सितंबर? ये पहली बार है जब सुप्रीम कोर्ट इस बिल पर डायरेक्ट सुनवाई करेगा। केंद्र सरकार ने ट्रांसफर पिटीशन फाइल की, ताकि एक यूनिफॉर्म डिसीजन आए।
- संभावित बदलाव: कोर्ट के फैसले से बिल में संशोधन हो सकता है। अगर फैंटसी स्पोर्ट्स को स्किल गेम माना गया, तो मनी कॉन्टेस्ट वापस आ सकते हैं। अभी बिल कानून बन चुका है, लेकिन नोटिफिकेशन नहीं हुआ, तो विकल्प खुले हैं।
मनी कॉन्टेस्ट कब से शुरू होंगे? संभावित तारीखें और नए नियम
हर कोई यही जानना चाहता है: ड्रीम11 मनी कॉन्टेस्ट कब शुरू होंगे? कोर्ट की सुनवाई के बाद ही क्लैरिटी मिलेगी।
- संभावित स्टार्ट: अगर कोर्ट बिल को चैलेंज करने की इजाजत देता है, तो 15-20 दिनों में ट्रांजिशन पीरियड मिल सकता है। यूजर्स के फंड्स रिफंड हो जाएंगे।
- नए नियम: बिल में बदलाव हो सकते हैं, जैसे सिर्फ स्किल गेम्स को अलाउ करें। eSports और सोशल गेम्स को प्रमोट किया जाएगा।
- कंपनियों की तैयारी: ड्रीम11 अब FanCode और DreamSetGo पर शिफ्ट हो रही है। लेकिन अगर कोर्ट पक्ष लेता है, तो पुराने कॉन्टेस्ट (जैसे 49 रुपये वाले) वापस आ सकते हैं।
फिलहाल, फ्री कॉन्टेस्ट खेलें और अपडेट्स फॉलो करें।
क्या होगा इंडस्ट्री का भविष्य? बदलाव और अवसर
ये बिल से इंडस्ट्री को झटका लगा, लेकिन अवसर भी हैं।
- जॉब लॉस: 2 लाख जॉब्स प्रभावित, लेकिन eSports में नए मौके।
- इनवेस्टमेंट: $2.3 बिलियन टैक्स जेनरेट होता था, अब फ्री मॉडल पर शिफ्ट।
- ग्लोबल ट्रेंड: भारत जैसे मार्केट में फैंटसी स्पोर्ट्स ग्रो कर रहा है, लेकिन रेगुलेशन जरूरी।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई ड्रीम11 मनी कॉन्टेस्ट के लिए टर्निंग पॉइंट हो सकती है। अगर फैसला पक्ष में आया, तो पुराने दिनों की वापसी हो सकती है। लेकिन जनता की राय भी महत्वपूर्ण है। क्या आपको लगता है मनी कॉन्टेस्ट शुरू होने चाहिए? क्या फैंटसी स्पोर्ट्स स्किल गेम हैं? कमेंट्स में अपनी ओपिनियन जरूर शेयर करें साथ ही इस पोस्ट को भी अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।













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