ड्रीम 11 में जीतना हर फैंटेसी क्रिकेट प्रेमी का सपना होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि टॉप रैंक हासिल करने वाले विनर्स कौन सी स्ट्रेटजी अपनाते हैं? अगर आप भी ड्रीम 11 पर ग्रैंड लीग जीतने का ख्वाब देखते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है। हम आपको बताएंगे ड्रीम 11 के “काले सच” और उन सीक्रेट टिप्स के बारे में, जो विनर्स इस्तेमाल करते हैं।
ड्रीम 11 में जीत का राज : क्या है वो खास स्ट्रेटजी?
ड्रीम 11 में रैंक 1 लाने के लिए सिर्फ लक काफी नहीं है। विनर्स 75% स्ट्रेटजी और 25% लक के कॉम्बिनेशन पर काम करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि उनकी स्ट्रेटजी में ऐसा क्या खास होता है? चलिए, इसे स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं।
1. ड्रीम टीम प्लेयर्स को चेक करें
ड्रीम 11 ऐप में “DT” (ड्रीम टीम) मार्क वाले प्लेयर्स पर नजर रखना बहुत जरूरी है। ये वो प्लेयर्स हैं, जो पिछले मैचों में लगातार अच्छा परफॉर्म करते आए हैं।
- कैसे चेक करें DT प्लेयर्स?
- ऐप में दोनों टीमों के 22 प्लेयर्स की लिस्ट देखें।
- चेक करें कि कौन से प्लेयर्स पिछले मैचों में ड्रीम टीम में आए हैं।
- उदाहरण: अगर केएल राहुल का DT परसेंटेज 65% है, तो इसका मतलब है कि उन्होंने ज्यादातर मैचों में अच्छा स्कोर किया है।
टिप: DT प्लेयर्स को अपनी प्लेइंग 11 में शामिल करें, लेकिन 100% उनकी कॉपी न करें। थोड़ा डिफरेंशियल अप्रोच अपनाएं।
2. पिच कंडीशन और प्लेयर फॉर्म का विश्लेषण
पिच की कंडीशन और प्लेयर्स का हालिया फॉर्म ड्रीम 11 में टीम बनाने का आधार होते हैं।
- पिच कंडीशन:
- क्या पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है या गेंदबाजों को मदद मिलेगी?
- स्पिनर्स या पेसर्स के लिए अनुकूल है?
- प्लेयर फॉर्म:
- टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों का हालिया प्रदर्शन चेक करें।
- पिछले 5-10 मैचों में उनका स्कोर और कंसिस्टेंसी देखें।
उदाहरण: अगर पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है, तो टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को प्राथमिकता दें।
3. कैप्टन और वाइस-कैप्टन का सही चुनाव
कैप्टन और वाइस-कैप्टन का सही चुनाव आपकी रैंकिंग को बना या बिगाड़ सकता है।
- कैसे चुनें?
- उन प्लेयर्स को चुनें जो कंसिस्टेंट परफॉर्मर हों।
- DT परसेंटेज और हालिया फॉर्म को ध्यान में रखें।
- डिफरेंशियल पिक्स जैसे नए या अंडररेटेड प्लेयर्स को ट्राई करें।
4. एक ही इन्फ्लुएंसर को फॉलो करें
कई यू्ट्यूब चैनल्स, इन्फ्लुएंसर्स और वेबसाइट की सलाह सुनने से आपका दिमाग डायवर्ट हो सकता है।
- क्यों जरूरी है एक वेबसाइट या यू्ट्यूब चैनल्स के टिप को फॉलो करना?
- हर इन्फ्लुएंसर की स्ट्रेटजी अलग होती है।
- एक वेबसाइट से लगातार नॉलेज लेने से आपकी स्ट्रेटजी क्लियर रहती है।
- यह आपको कॉन्फिडेंट और फोकस्ड रखता है।
ड्रीम 11 में जीतने के लिए अतिरिक्त टिप्स
टिप्स | विवरण |
---|---|
नए प्लेयर्स को ट्राई करें | अगर कोई नया प्लेयर चोटिल प्लेयर की जगह आता है, तो उसे डिफरेंशियल पिक के तौर पर चुनें। |
मल्टीपल टीमें बनाएं | ग्रैंड लीग में 2-3 अलग-अलग कॉम्बिनेशन वाली टीमें बनाएं। |
सिलेक्शन परसेंटेज देखें | कम सिलेक्शन परसेंटेज (10-20%) वाले प्लेयर्स को चुनकर रिस्क लें। |
मैच से 1 घंटा पहले चेक करें | प्लेइंग 11 और पिच रिपोर्ट को आखिरी बार जरूर देखें। |
ड्रीम 11 का “काला सच”
ड्रीम 11 का सबसे बड़ा सच यह है कि विनर्स हमेशा ड्रीम टीम प्लेयर्स पर फोकस करते हैं। DT मार्क वाले प्लेयर्स को नजरअंदाज करना आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। साथ ही, बिना स्ट्रेटजी के कई चैनल्स और वेबसाइट को फॉलो करने से आपका फोकस भटकता है, जिससे जीत की संभावना कम हो जाती है।
निष्कर्ष
ड्रीम 11 में रैंक 1 लाना असंभव नहीं है, बशर्ते आप सही स्ट्रेटजी और फोकस के साथ खेलें। DT प्लेयर्स को चेक करें, पिच और फॉर्म का विश्लेषण करें, और एक भरोसेमंद इन्फ्लुएंसर को फॉलो करें। याद रखें, 75% स्ट्रेटजी और 25% लक ही आपको ग्रैंड लीग का विनर बना सकता है।
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